मुंबई: मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट-यूजी 2024 पेपर लीक मामले की जांच कर रही सीबीआई को बड़ी सफलता मिली है. जांच एजेंसी ने सोमवार को महाराष्ट्र के लातूर से एक आरोपी को गिरफ्तार किया है. अधिकारियों ने बताया कि आरोपी व्यक्ति को नीट-यूजी में कथित हेराफेरी के सिलसिले में गिरफ्तार किया गया है.नीट-यूजी परीक्षा पेपर लीक मामले में सीबीआई द्वारा की गई यह 8वीं गिरफ्तारी है. इससे पहले सीबीआई ने तीन जुलाई को झारखंड के धनबाद से नीट-यूजी मामले में अनियमितताओं के संबंध में संदिग्ध मुख्य साजिशकर्ता को गिरफ्तार किया था. जिसकी पहचान अमन सिंह के रूप में हुई है. इसके अलावा, सीबीआई ने गुजरात के गोधरा से एक निजी स्कूल के मालिक को कथित तौर पर उम्मीदवारों से उनके अंक बढ़ाने के बदले पैसे मांगने के आरोप में गिरफ्तार किया था.
पेपर लीक मामले में सीबीआई ने एक हिंदी मीडिया संगठन के मार्केटिंग पेशेवर को भी गिरफ्तार किया है. जून में सीबीआई ने झारखंड के हजारीबाग में ओएसिस स्कूल के प्रिंसिपल और वाइस प्रिंसिपल के तौर पर काम कर रहे दो आरोपियों डॉ. एहसान उल हक और इम्तियाज आलम को गिरफ्तार किया था. हक को NEET-UG परीक्षा 2024 के लिए सिटी कोऑर्डिनेटर नियुक्त किया गया था. दोनों की गिरफ्तारी के बाद केंद्रीय एजेंसी ने पटना में दो और आरोपियों मनीष प्रकाश और आशुतोष को गिरफ्तार किया था, जो पटना से काम करते थे.
सीबीआई अधिकारियों के मुताबिक, आशुतोष छात्रों के लिए सुरक्षित घर की व्यवस्था कर रहा था, जबकि मनीष उम्मीदवारों को परीक्षा के लिए ‘तैयार’ करने के लिए एक स्कूल में ले जा रहा था. मनीष प्रकाश ने छात्रों को अपनी कार में ले गया था और छात्रों को आशुतोष के घर में ठहराया गया था.
जून महीने की शुरुआत में केंद्र सरकार ने NEET-UG परीक्षा में अनियमितताओं की जांच सीबीआई को सौंपी थी. इसके बाद सीबीआई ने कथित पेपर लीक, डमी उम्मीदवार बैठाने और धोखाधड़ी से संबंधित कई एफआईआर दर्ज की थी.