छिंदवाड़ा :भाजपा का लक्ष्य छिंदवाड़ा में कमलनाथ के बेटे नकुलनाथ को हराने के बाद अमरवाड़ा विधानसभा सीट उपचुनाव जीतना है. यहां उपचुनाव 10 जुलाई को होगा. खास बता दें कि छिंदवाड़ा लोकसभा क्षेत्र से भाजपा उम्मीदवार ने जीत हासिल की है. बीजेपी के विवेक बंटी साहू ने अमरवाड़ा सीट पर 15 हजार से अधिक वोटों की लीड ली है. बता दें कि मध्य प्रदेश की सभी 29 लोकसभा सीटों पर बीजेपी ने जीत हासिल की है.
अमरवाड़ा विधानसभा सीट का ये है इतिहास
बता दें कि 1972 के बाद से भाजपा ने अमरवाड़ा (एसटी) सीट 1990 और 2008 में 2 बार जीती है. जबकि कांग्रेस ने इसे 9 बार जीता है. गोंडवाना गणतंत्र पार्टी ने 2003 में यहां जीत हासिल की थी. अमरवाड़ा विधानसभा सीट नवंबर 2023 के चुनाव में कांग्रेस के टिकट पर कमलेश शाह ने जीती थी. जब उन्होंने भाजपा उम्मीदवार मोनिका मनमोहन शाह बट्टी को वोटों के अंतर से हराया था. अमरवाड़ा से 3 बार के कांग्रेस विधायक कमलेश शाह के इस साल 29 मार्च को इस्तीफा देने और उसके तुरंत बाद सत्तारूढ़ भाजपा में शामिल होने के बाद यहां उपचुनाव हो रहा है.
अमरवाड़ा सीट पर बीजेपी ने बनाई 15 हजार वोटों की लीड
गौरतलब है कि हाल ही के लोकसभा चुनाव में छिंदवाड़ा से बीजेपी उम्मीदवार बंटी विवेक साहू ने कांग्रेस उम्मीदवार नकुल नाथ को 1.13 लाख वोटों के अंतर से हराया है. चुनाव आयोग के आंकड़ों के अनुसार आम चुनाव के दौरान अमरवाड़ा विधानसभा सीट के तहत मतदान केंद्रों पर भाजपा को 93,512 वोट मिले, जबकि कांग्रेस को 78,473 वोट मिले. इस सीट पर भाजपा को 15 हजार से अधिक वोटों की बढ़त मिली है.
विधानसभा उपचुनाव का ये है कार्यक्रम
चुनाव आयोग से जारी कार्यक्रम के मुताबिक अन्य राज्यों के साथ अमरवाड़ा विधानसभा सीट पर मतदान 10 जुलाई को होगा. तय किए गए कार्यक्रम के अनुसार 14 जून को अधिसूचना जारी होने के साथ नामांकन पत्र स्वीकार करने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी. 21 जून तक नामांकन भरे जाएंगे और नामांकन पत्रों की जांच 24 जून को होगी. 26 जून तक नामांकन वापस लिए जा सकेंगे, मतगणना 13 जुलाई को होगी.
इन सीटों पर भी उपचुनाव की संभावना
वहीं, श्योपुर जिले के विजयपुर से कांग्रेस विधायक रामनिवास रावत और बीना से विधायक निर्मला सप्रे भी कांग्रेस छोड़ चुकी हैं. हालांकि दोनों ने अभी विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा नहीं दिया है. पूर्व मुख्यमंत्री और बुधनी से विधायक शिवराज सिंह चौहान विदिशा से सांसद निर्वाचित होने के बाद केंद्रीय मंत्री बन चुके हैं. आने वाले दिनों में शिवराज सिंह चौहान भी अपने विधायक पद से इस्तीफा दे देंगे.