20 C
Ahmedabad
Friday, January 17, 2025

देश के लिए कुर्बान हुआ मध्य प्रदेश का लाल, जम्मू कश्मीर में आतंकियों से मुठभेड़ में हुए थे घायल


 

Advertisement

भारत माता की रक्षा करते हुए छिंदवाड़ा के पुलपुलडोह का रहने वाला एक जवान कबीरदास ऊइके जम्मू कश्मीर के कठुआ में आतंकियों से मुठभेड़ में शहीद हो गया है. इसकी पुष्टि रक्षा मंत्रालय ने भी की है. बता दें कि मंगलवार रात को कठुआ के हीरानगर स्थित सैदा सुखल गांव में आतंकी ने हमला किया था. जिसके बाद आतंकियों और सेना में मुठभेड़ हुई. सुरक्षाबलों ने जहां एक आतंकी को मार गिराया, वहीं हमले में 5 जवान भी घायल हो गए. इलाज के दौरान छिंदवाड़ा के रहने वाले कबीरदास ऊइके की मौत हो गई.

Advertisement

पुलपुलडोह के रहने वाले थे शहीद कबीरदास ऊइके

Advertisement

पुलपुलडोह के रहने वाले कबीर दास ऊइके मंगलवार रात को जम्मू-कश्मीर में आतंकी हमले में शहीद हो गए हैं. मंगलवार रात करीब 8 बजे कठुआ जिले के हीरानगर स्थित सैदा सुखल गांव में आतंकी हमला हुआ. हमले में घायल सीआरपीएफ के कांस्टेबल कबीर दास घायल हो गए थे. बुधवार सुबह इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई.

Advertisement

4 साल पहले हुई थी शादी, घर में पत्नी मां और दो बहने

Advertisement

ग्रामीणों ने बताया है कि शहीद कबीर दास ऊइके की 4 साल पहले ही शादी हुई थी. उनके पिता का पहले ही निधन हो चुका है. घर में बूढी मां और दो बहने हैं, जिनका एकमात्र सहारा कबीर ही थे. हालांकि उनका पार्थिव शरीर कब गांव पहुंचेगा इसकी जानकारी नहीं दी गई है. शहीद कबीर दास 2011 में सीआरपीएफ में भर्ती हुए थे वे 35 साल के थे.

Advertisement

आतंकियों ने किया था घर में हमला, उसके बाद मुठभेड़

Advertisement

बताया जा रहा है कि आतंकियों ने जम्मू कश्मीर के कठुआ के एक गांव शाहिद सुखल में एक परिवार को बंधक बनाने का प्रयास किया था. किसी तरीके से परिवार आतंकियों से बचकर बाहर निकला था. उसके पास सुरक्षाबलों को जानकारी दी गई थी. जिसके बाद सुरक्षाबलों से आतंकियों की मुठभेड़ हुई थी. जिसमें करीब पांच जवान घायल हो गए थे. कबीरदास ऊइके बुरी तरीके से घायल थे, जिन्होंने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया.

Advertisement

पिछले महीने ही छिंदवाड़ा का एक जवान हुआ था शहीद

Advertisement

5 मई को भी जम्मू कश्मीर के पुंछ में हुए एक आतंकी हमले में वायुसेना में कॉर्पोरल के पद पर तैनात छिंदवाड़ा के नोनिया करबल के रहने वाले विक्की पहाड़े भी शहीद हुए थे. फिर दूसरे महीने में ही एक दुख भरी घर खबर छिंदवाड़ा के लिए आई है. इस खबर के बाद से जिले में शोक की लहर है और घटना को लेकर गुस्सा भी है.

Advertisement
Advertisement

Related Articles

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

વૉટ્સ એપ ચેનલમાં જોડાવા ક્લિક કરો
- Advertisement -
- Advertisement -

વિડીયો

- Advertisement -
error: Content is protected !!