रेणुकास्वामी हत्या मामले में गिरफ्तार कन्नड़ एक्टर दर्शन थुगुदीपा ने आखिरकार अपना जूर्म कबूल लिया है। पुलिस ने दावा किया है कि दर्शन ने रेणुकास्वामी के शव को ठिकाने लगाने और उसका नाम कहीं सामने न आने के लिए एक अन्य आरोपी प्रदोष को 30 लाख रुपये दिए थे।
30 लाख रुपये देकर शव बरामद करने को कहा था
पुलिस सूत्रों ने बताया कि यह रकम प्रदोष के घर से बरामद की गई है। दर्शन ने पुलिस को दिए बयान में कहा कि उसने प्रदोष को रेणुकास्वामी के शव को ठिकाने लगाने के लिए 30 लाख रुपये दिए थे। दर्शन ने इस काम को अंजाम देने वाले लोगों पर होने वाले खर्च और यह सुनिश्चित करने के लिए कि उसका नाम कहीं सामने न आए, उसने यह रकम दी थी।’
पवित्रा गौड़ा समेत 17 लोग आरोपी
हत्या के मामले में दर्शन और उनके दोस्त पवित्रा गौड़ा समेत कुल 17 लोग आरोपी हैं। पुलिस सूत्रों के अनुसार, रेणुकास्वामी एक्टर दर्शन का बहुत बड़ा फैन था और उसने पवित्रा गौड़ा को अश्लील मैसेज भेजे थे, जिससे दर्शन नाराज हो गया था। इसी का बदला लेने के लिए एक्टर ने हत्या कर दी। रेणुकास्वामी का शव 9 जून को सुमनहल्ली में एक अपार्टमेंट के बगल में बह रहे नाले के पास मिला था।
ठिकाने से बरामद किए गए ये सभी चीजें
घटनास्थल से कथित हमले के लिए इस्तेमाल की गई लाठी और लकड़ी के लट्ठे, पानी की बोतल, खून के धब्बे और भौतिक साक्ष्य तथा सीसीटीवी फुटेज वाली डीवीआर बरामद की गई है।
खुलेगा दर्शन का कच्चा-चिट्ठा
दर्शन थुगुदीपा के बेंगलुरु के अनेकल स्थित फार्महाउस में काम करने वाले एक व्यक्ति की आत्महत्या के मामले को फिर से खोल जा सकता है। दरअसल, कर्नाटक के गृह मंत्री जी परमेश्वर ने बुधवार को कहा कि पुलिस को अगर लगता है कि इस केस को दोबारा खोलने की जरूरत है तो राज्य सरकार अपनी सहमति दे देगी।
पुलिस के अनुसार, श्रीधर एस की इस साल अप्रैल में आत्महत्या से मौत हो गई थी। घटनास्थल से एक नोट और एक वीडियो भी बरामद किया गया जिसमें उसने कहा था कि वह अपनी मौत के लिए खुद जिम्मेदार हैं और इसके लिए किसी को जिम्मेदार नहीं ठहराया जाना चाहिए। हालांकि, पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि क्या श्रीधर की मौत और रेणुकास्वामी हत्याकांड के बीच कोई संबंध है?