भोपाल : इस नए बदलाव को लेकर मध्यप्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार ने कहा, ”राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के परिवेश में मध्य प्रदेश में 55 उत्कृष्ट महाविद्यालय हम स्थापित करने जा रहे हैं. देश के प्रधानमंत्री के संकल्प के अनुसार उसमें सभी विषयों की पढ़ाई शुरू करवाने जा रहे हैं. मुख्यमंत्री मोहन यादव का संकल्प प्रधानमंत्री उत्कृष्ट महाविद्यालय में दिखने वाला है और राष्ट्रीय शिक्षा नीति का क्रियान्वयन भी दिखने वाला है. इन महाविद्यालयों में हम सभी तरह की आदर्श व्यवस्थाएं कर रहे हैं और इसलिए पहले उनमें ड्रेस कोड लागू करें इस पर विचार किया जा रहा है.”
ड्रेस कोड के साथ कई बड़े परिवर्तन
उच्च शिक्षा मंत्री ने आगे कहा, ” देश के गृहमंत्री अमित शाह 14 तारीख को इंदौर में उत्कृष्ट महाविद्यालयों की स्थापना का प्रारंभ करने जा रहे हैं और पूरे प्रदेश के महाविद्यालय से लोग उस कार्यक्रम में जुड़ेंगे. यह एक बड़ा मूवमेंट होगा. मध्य प्रदेश में शिक्षा के क्षेत्र में कई बड़े परिवर्तन किए जाएंगे और अनुशासन का माहौल इन कैंपस में बने इसके लिए ड्रेस कोड को लागू किया जाना जरूरी है. जिससे मालूम पड़ सके कि यदि कोई बाहर के बच्चे कैंपस में आकर किसी तरह की गतिविधि करते हैं तो उनकी पहचान अलग से हो सके.”
ड्रेस कोड एक सकारात्मक पहल
उच्च शिक्षा मंत्री ने कहा, ” एक अनुशासन का माहौल बना रहे और किसी तरह की कोई घटना घटित न हो इसके लिए यह एक सकारात्मक पहल की जा रही है. वहीं मध्य प्रदेश के निजी कॉलेजों की यदि बात की जाए तो मध्य प्रदेश के निजी कॉलेजों में अधिकतर कॉलेजों के द्वारा ड्रेस कोड लागू किया जा चुका है और जिन कॉलेजों में और जिन महाविद्यालयों में ड्रेस कोड लागू नहीं है उनसे भी हम चर्चा कर ड्रेस कोड लागू करने के निर्देश जारी करेंगे. सभी से चर्चा कर सभी की सहभागिता और सभी की स्वीकार्यता पर विचार करने के बाद ड्रेस कोड लागू करेंगे.”