उत्तराखंड की केदारघाटी में सोमवार देर शाम हुए भूस्खलन के कारण पांच तीर्थ यात्रियों की दर्दनाक मौत हो गई है। हादसे में घायल श्रद्धालुओं को रेस्क्यू कर अस्पताल में भर्ती कराया गया है। सोनप्रयाग हादसे को लेकर पुलिस अधीक्षक अक्षय कोंडे ने घटनास्थल का दौरा किया और घटना के कारणों की समीक्षा की। साथ ही यात्रियों की सुरक्षा को देखते हुए शाम पांच बजे के बाद सोनप्रयाग से गौरीकुंड और गौरीकुंड से सोनप्रयाग के लिए आवाजाही प्रतिबंधित कर दी है।
दरअसल सोनप्रयाग पोस्ट से 9 सितंबर देर शाम सूचना मिली कि सोनप्रयाग-गौरीकुंड के बीच भूस्खलन प्रभावित क्षेत्र में लगातार पत्थर गिरने के कारण कुछ लोग फंसे हुए हैं। सूचना मिलते ही तत्काल एसडीआरएफ टीम घटनास्थल के लिए रवाना हुई। प्रदेश के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने हादसे में हुई जानमाल हानि पर दुख जताया और कहा कि बाबा केदार से यात्रियों के सकुशल होने की कामना करता हूँ।
वहीं दूसरी ओर रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान लगातार पत्थर गिरने की वजह से चुनौतीपूर्ण हालात बने, लेकिन एसडीआरएफ टीम मुस्तैदी से अपना कार्य कर रही है। मौके पर स्थानीय पुलिस और एनडीआरएफ टीम भी मौजूद है। सभी मिलकर रेस्क्यू कार्य जारी रखे हुए हैं। सोनप्रयाग क्षेत्र में केदारनाथ धाम मार्ग पर हुए भूस्खलन पर रुद्रप्रयाग के अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट श्याम सिंह राणा ने कहा कि सोनप्रयाग के पास राष्ट्रीय राजमार्ग पर भूस्खलन हुआ, जिसके कारण वहां से गुजर रहे यात्री दुर्घटना का शिकार हो गए। 5 लोगों की मौत हो गई है और तीन घायलों को बचा लिया गया है।
सोनप्रयाग हादसे को लेकर मंगलवार को पुलिस अधीक्षक अक्षय कोंडे ने घटनास्थल का दौरा किया और घटना के कारणों की समीक्षा की। साथ ही यात्रियों की सुरक्षा को देखते हुए शाम पांच बजे के बाद सोनप्रयाग से गौरीकुंड और गौरीकुंड से सोनप्रयाग के लिए आवाजाही प्रतिबंधित कर दी है।
केदारनाथ के निरीक्षण के बाद पुलिस अधीक्षक सीधे सोनप्रयाग घटनास्थल पहुंचे, जहां उन्होंने मौके का मुआयना किया। साथ ही घटना की जानकारी ली। उन्होंने गौरीकुंड में सीसीटीवी फुटेज भी देखी। यात्रियों की आवाजाही के समय को लेकर भी गहन पड़ताल की। उन्होंने कहा कि सोनप्रयाग और गौरीकुंड के बीच मार्ग काफी संवेदनशील बना है। यात्रियों की सुरक्षा को देखते हुए शाम पांच बजे के बाद सोनप्रयाग से गौरीकुंड और गौरीकुंड से सोनप्रयाग आने वाले यात्रियों की आवाजाही न कराई जाए। साथ ही दिन में भी बारिश होने और यात्रा मार्ग पर खतरे को देखते हुए मौके पर सक्षम अधिकारियों को अपने विवेक से निर्णय लेने के लिए निर्देश दिए।
पुलिस अधीक्षक ने यात्रियों से बातचीत कर उन्हें सुरक्षित यात्रा करने की सलाह दी। साथ ही बारिश के चलते सुरक्षित यात्रा पड़ावों पर विश्राम करने का आग्रह किया।